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राष्ट्रीय कृषि सम्मेलन 2025: भारत बनेगा दुनिया का फूड बास्केट

राष्ट्रीय कृषि सम्मेलन – रबी अभियान 2025 की शुरुआत

राष्ट्रीय कृषि सम्मेलन 2025: भारत बनेगा दुनिया का फूड बास्केट


किसानों और वैज्ञानिकों की मेहनत तथा सरकार की नीतियों से भारत की कृषि 3.7% की दर से बढ़ रही है, जो विश्व में सबसे अधिक है" – कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान

नई दिल्ली, 15 सितम्बर 2025 (पीआईबी दिल्ली):
नई दिल्ली के पूसा परिसर में आज केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा ‘राष्ट्रीय कृषि सम्मेलन – रबी अभियान 2025’ का शुभारंभ किया गया। यह सम्मेलन पहली बार दो दिनों के लिए आयोजित किया जा रहा है। इसका उद्देश्य केंद्र और राज्य सरकारों, कृषि वैज्ञानिकों, अधिकारियों और किसान संगठनों को एक मंच पर लाकर ‘वन नेशन – वन एग्रीकल्चर – वन टीम’ के संदेश के साथ आगे बढ़ाना है।

सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि भारत में अन्न, फल और सब्जियों की कोई कमी नहीं होगी। भारत को पूरी दुनिया का "फूड बास्केट" बनाने का संकल्प लिया गया है।


भारत की कृषि वृद्धि दर विश्व में सबसे तेज़

श्री शिवराज चौहान ने कहा कि किसानों की मेहनत, वैज्ञानिकों के अनुसंधान और सरकार की किसान हितैषी नीतियों की बदौलत भारत की कृषि आज 3.7 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है, जो पूरी दुनिया में सबसे अधिक है। उन्होंने कहा –
"हम भाग्यशाली हैं कि हमें देश की कृषि को बदलने की जिम्मेदारी मिली है। हम साधारण लोग नहीं हैं, बल्कि हम वे लोग हैं जो आधी आबादी की किस्मत गढ़ते हैं। हमारा असली सरोकार किसान है और उसका उत्थान है। इसी के लिए हम दिन-रात काम करेंगे।"


नकली बीज, कीटनाशक और खाद पर कड़ी कार्रवाई

कृषि मंत्री ने स्पष्ट कहा कि नकली उर्वरक, बीज और कीटनाशक बेचने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। केवल वही बायो-स्टिमुलेंट्स (पौधों की वृद्धि बढ़ाने वाले उत्पाद) बाजार में बेचे जाएंगे जो सभी मानकों और बेंचमार्क पर खरे उतरेंगे। उन्होंने कहा कि किसानों का शोषण किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

उन्होंने अधिकारियों से कहा कि कृषि विस्तार कार्य (एक्सटेंशन सर्विस) पर विशेष ध्यान दें और जमीनी स्तर पर तेजी से काम करें। उन्होंने कहा –
"हमारी पूरी चिंता केवल कृषि और किसान के लिए है। अधिकारी अपने काम में मूल्य जोड़ें और किसानों के लिए ठोस योजनाएँ बनाकर उन्हें अमल में लाएं। इसी भावना के साथ यह रबी सम्मेलन किसानों की स्थिति सुधारने के लिए ठोस रणनीति तैयार करेगा।"


फसल बीमा योजना पर ज़ोर

श्री चौहान ने मौसम की अनिश्चितता का ज़िक्र करते हुए कहा कि आज के समय में किसानों के लिए फसल बीमा अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने अधिकारियों से अपील की कि अधिक से अधिक किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से जोड़ा जाए ताकि प्राकृतिक आपदा की स्थिति में उन्हें राहत मिल सके।

उन्होंने कहा कि अक्टूबर महीने में फिर से ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ चलाया जाएगा, जिसमें केंद्र और राज्य दोनों की भागीदारी रहेगी।


अनुसंधान अब किसानों की समस्या सुलझाने पर केंद्रित हो

कृषि मंत्री ने कहा कि अब कृषि अनुसंधान का मकसद केवल शोध पत्र (पेपर) प्रकाशित करना नहीं होना चाहिए, बल्कि इसका असली लक्ष्य किसानों की समस्याओं का समाधान होना चाहिए। उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां प्रशासन को तेजी से काम करके किसानों को राहत प्रदान करनी चाहिए।


सम्मेलन की मुख्य गतिविधियाँ

इस अवसर पर कृषि सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदी ने बताया कि सम्मेलन के दौरान छह समानांतर ब्रेकआउट सेशन्स आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें विभिन्न विषयों पर विस्तार से चर्चा होगी।
आईसीएआर के महानिदेशक डॉ. एम.एल. जात ने भी अपने विचार साझा किए।
राजस्थान के कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा भी उद्घाटन सत्र में मौजूद रहे।

सम्मेलन में केंद्र और राज्य सरकारों के वरिष्ठ अधिकारी, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के वैज्ञानिक, कृषि विशेषज्ञ, किसान प्रतिनिधि और अन्य हितधारक बड़ी संख्या में शामिल हुए।


सम्मेलन का उद्देश्य

इस मंच का उद्देश्य रबी फसलों की तैयारी, उत्पादन लक्ष्य, रणनीति और योजनाओं पर गहन चर्चा करना है ताकि 2025-26 की रबी फसल सीजन में बेहतर परिणाम हासिल किए जा सकें।


कृषि मंत्री के प्रमुख संदेश संक्षेप में

  1. भारत की कृषि वृद्धि दर 3.7% – विश्व में सबसे अधिक।
  2. भारत को पूरी दुनिया का फूड बास्केट बनाया जाएगा।
  3. नकली बीज, कीटनाशक और उर्वरक पर कड़ी कार्रवाई होगी।
  4. केवल मानक पूरे करने वाले बायो-स्टिमुलेंट्स की बिक्री की अनुमति।
  5. अधिक से अधिक किसानों को फसल बीमा योजना से जोड़ने का आह्वान।
  6. कृषि अनुसंधान अब किसानों की समस्याओं को हल करने पर केंद्रित हो।
  7. केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर काम करेंगी, किसानों का उत्थान सर्वोच्च प्राथमिकता है।
  8. कृषि विस्तार कार्य (एक्सटेंशन) को मजबूत करने पर ज़ोर।
  9. विकसित कृषि संकल्प अभियान अक्टूबर में फिर से शुरू होगा।
  10. किसानों का शोषण किसी कीमत पर नहीं होने दिया जाएगा।

सरकार की दूरदृष्टि

श्री चौहान ने दोहराया कि केंद्र और राज्य सरकारें पूरी एकजुटता के साथ काम कर रही हैं। उन्होंने कहा –
"हमारे लिए सबसे बड़ा लक्ष्य है किसान का कल्याण। हमें यह जिम्मेदारी ईश्वर ने दी है और हम पूरे समर्पण और निष्ठा के साथ इस पर खरे उतरेंगे।"


किसानों के लिए नई उम्मीद और नए अवसर

पूसा, नई दिल्ली में शुरू हुआ ‘राष्ट्रीय कृषि सम्मेलन – रबी अभियान 2025’ किसानों के लिए नई उम्मीद और नए अवसर लेकर आया है। इस सम्मेलन के माध्यम से तय की गई रणनीतियाँ आने वाले समय में न केवल किसानों की आय बढ़ाने में मदद करेंगी, बल्कि भारत को विश्व स्तर पर कृषि क्षेत्र में अग्रणी बनाएंगी।

भारत सरकार और सभी राज्य सरकारें मिलकर काम करेंगी तो निश्चित रूप से भारत कृषि उत्पादन और खाद्य सुरक्षा के क्षेत्र में एक नया इतिहास रचेगा।


अस्वीकरण: यह जानकारी द्वितीयक शोध के माध्यम से एकत्र की गई है और landlevellers इसमें किसी भी त्रुटि के लिए जिम्मेदार नहीं है।

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