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97 लाख वाहनों की स्क्रैपिंग से 40,000 करोड़ जीएसटी फायदा

97 लाख पुराने वाहनों की स्क्रैपिंग से होगा 40,000 करोड़ का फायदा: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी



97 लाख वाहनों की स्क्रैपिंग से 40,000 करोड़ जीएसटी फायदा


नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने देश की ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री और सरकार दोनों के लिए एक बड़ा रोडमैप सामने रखा है। उन्होंने कहा कि भारत में मौजूद 97 लाख पुराने और प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को कबाड़ में बदलने से देश को न केवल पर्यावरणीय लाभ मिलेगा, बल्कि आर्थिक और सामाजिक दृष्टि से भी बड़े फायदे होंगे।

गडकरी ने बताया कि अगर इन सभी पुराने वाहनों को स्क्रैप कर दिया जाए तो केंद्र और राज्य सरकारों को जीएसटी राजस्व के रूप में करीब 40,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आमदनी होगी। इसके साथ ही लगभग 70 लाख नए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। उन्होंने कहा कि यह पहल आने वाले समय में भारत को दुनिया का सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल हब बनाने में अहम भूमिका निभा सकती है।


97 लाख पुराने वाहन बने प्रदूषण का कारण

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि देश में फिलहाल करीब 97 लाख ऐसे वाहन हैं जो प्रदूषण के बड़े स्रोत हैं। इनमें निजी वाहन, वाणिज्यिक वाहन और सरकारी वाहन शामिल हैं। अगस्त 2025 तक तीन लाख से अधिक वाहनों को कबाड़ घोषित किया जा चुका है, जिनमें 1.41 लाख सरकारी वाहन भी सम्मिलित हैं।

उन्होंने स्पष्ट किया कि इन वाहनों को चलाए रखना न केवल प्रदूषण और पर्यावरण के लिए हानिकारक है बल्कि सड़क सुरक्षा और ईंधन खपत के लिहाज से भी गंभीर समस्या है।


जीएसटी से सरकार को बड़ा लाभ

गडकरी ने कहा कि यदि 97 लाख पुराने वाहनों को कबाड़ में तब्दील किया जाए तो सरकार को जीएसटी से 40,000 करोड़ रुपये तक का लाभ हो सकता है। उन्होंने कहा, “यह कदम आर्थिक दृष्टि से भी बड़ा बदलाव लाएगा। सरकार के पास अतिरिक्त राजस्व आएगा, जिससे इंफ्रास्ट्रक्चर और सड़क निर्माण पर अधिक खर्च किया जा सकेगा।”


70 लाख रोजगार के अवसर

इस योजना का सबसे बड़ा सामाजिक लाभ रोजगार सृजन के रूप में सामने आएगा। गडकरी के अनुसार पुराने वाहनों की स्क्रैपिंग से जुड़े कामों में 70 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। स्क्रैपिंग सेंटर, ऑटोमोबाइल रिपेयर, रीसाइक्लिंग यूनिट और नए वाहनों की बिक्री से जुड़े क्षेत्रों में युवाओं को बड़े पैमाने पर अवसर मिलेंगे।


नए वाहन पर मिलेगी छूट

गडकरी ने वाहन कलपुर्जा विनिर्माताओं के निकाय 'एक्मा' के वार्षिक सम्मेलन में कहा कि वाहन मालिकों को स्क्रैपिंग पॉलिसी से जोड़ने के लिए प्रोत्साहन की आवश्यकता है। उन्होंने निजी क्षेत्र से आग्रह किया कि पुराने वाहन का स्क्रैप प्रमाणपत्र जमा करने वाले ग्राहकों को नए वाहन की खरीद पर कम से कम 5% की छूट दी जाए।

यह छूट ग्राहकों को पुराने वाहन को कबाड़ में देने और नए वाहन खरीदने के लिए प्रेरित करेगी। इससे ऑटोमोबाइल सेक्टर में मांग बढ़ेगी और इंडस्ट्री को नई रफ्तार मिलेगी।


स्क्रैपिंग सेक्टर में निजी निवेश

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि स्क्रैपिंग सेक्टर में अब तक निजी क्षेत्र ने करीब 2,700 करोड़ रुपये का निवेश किया है। हर महीने औसतन 16,830 वाहन स्क्रैप हो रहे हैं। जैसे-जैसे इस प्रक्रिया को और तेज किया जाएगा, वैसे-वैसे रोजगार और ऑटोमोबाइल सेक्टर की ग्रोथ में इजाफा होगा।


ऊर्जा सुरक्षा और एथनाल पर जोर

गडकरी ने कहा कि भारत हर साल 22 लाख करोड़ रुपये के पेट्रोल-डीजल का आयात करता है। यह देश की अर्थव्यवस्था पर भारी बोझ है। उन्होंने सुझाव दिया कि कृषि आधारित एथनाल उत्पादन बढ़ाकर आयात पर निर्भरता कम की जा सकती है।

उन्होंने कहा कि फिलहाल देश में E-20 पेट्रोल (20% एथनाल मिश्रण) उपलब्ध है और यह छोटे इंजन संशोधनों के साथ इस्तेमाल किया जा रहा है। वहीं, E-27 मिश्रण (27% एथनाल) पर निर्णय सभी तकनीकी जांच पूरी होने के बाद लिया जाएगा।


सड़क सुरक्षा पर गंभीर चिंता

केंद्रीय मंत्री ने सड़क सुरक्षा को लेकर भी चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 में भारत में 5 लाख सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 1.8 लाख लोगों की मौत हो गई। इनमें से 66% पीड़ित 18 से 34 वर्ष की आयु वर्ग के थे। गडकरी ने कहा कि यह आंकड़े बेहद चिंताजनक हैं और इसके लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है।


ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए सुनहरा मौका

गडकरी ने कहा कि स्क्रैपिंग नीति न केवल पर्यावरण और सरकारी राजस्व के लिए लाभकारी है, बल्कि यह ऑटोमोबाइल सेक्टर के लिए भी सुनहरा अवसर है। उन्होंने कहा, “यह कदम अगले 5 वर्षों में भारत को दुनिया का नंबर वन ऑटोमोबाइल हब बना सकता है।”


नितिन गडकरी की अपील

  • पुराने और प्रदूषण फैलाने वाले वाहन मालिक अपने वाहन स्क्रैप करवाएं।
  • वाहन निर्माता कंपनियां स्क्रैप प्रमाणपत्र वाले ग्राहकों को नए वाहन पर छूट दें।
  • निजी क्षेत्र इस सेक्टर में और अधिक निवेश करे।
  • एथनाल मिश्रित ईंधन को अपनाकर आयात पर निर्भरता कम की जाए।
  • सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़ाई जाए।

अर्थव्यवस्था, पर्यावरण और रोजगार के लिए बड़ा कदम

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की यह घोषणा भारत की अर्थव्यवस्था, पर्यावरण और रोजगार के लिए बड़ा कदम है। यदि 97 लाख पुराने वाहनों को स्क्रैप किया जाता है, तो इससे प्रदूषण घटेगा, सरकार को अतिरिक्त राजस्व मिलेगा, लाखों रोजगार पैदा होंगे और देश के ऑटोमोबाइल सेक्टर को नई ऊंचाइयां मिलेंगी।

गडकरी का यह कदम न केवल भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में है बल्कि यह दुनिया में भारत की पहचान को एक मजबूत और पर्यावरण-अनुकूल ऑटोमोबाइल केंद्र के रूप में स्थापित करेगा।


अस्वीकरण: यह जानकारी द्वितीयक शोध के माध्यम से एकत्र की गई है और landlevellers इसमें किसी भी त्रुटि के लिए जिम्मेदार नहीं है।


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