फ़ॉलोअर

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लॉन्च किया ‘Seed Management 2.0’, NSC के 6 नए बीज प्रसंस्करण संयंत्रों का शुभारंभ

केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने राष्ट्रीय बीज निगम के अत्याधुनिक बीज प्रसंस्करण संयंत्र का शुभारंभ किया

कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लॉन्च किया ‘Seed Management 2.0’, NSC के 6 नए बीज प्रसंस्करण संयंत्रों का शुभारंभ


केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज नई दिल्ली स्थित पूसा परिसर में राष्ट्रीय बीज निगम (NSC) के अत्याधुनिक सब्जी एवं फूल बीज प्रसंस्करण एवं पैकेजिंग इकाई का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने बरेली, धारवाड़, हासन, सूरतगढ़ और रायचूर में स्थापित पांच अन्य बीज प्रसंस्करण संयंत्रों का भी वर्चुअल उद्घाटन किया।


नई तकनीक से सुसज्जित संयंत्र किसानों के लिए वरदान साबित होंगे

पूसा स्थित नई बीज प्रसंस्करण इकाई की क्षमता प्रति घंटे 1 टन है, जबकि बरेली, धारवाड़, हासन, सूरतगढ़ और रायचूर में स्थापित पांचों संयंत्रों की प्रसंस्करण क्षमता प्रति घंटे 4 टन है। ये सभी संयंत्र अत्याधुनिक तकनीक से लैस हैं जो न केवल उच्च गुणवत्ता वाले बीजों की उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे, बल्कि देशभर में बीज उत्पादन के मानकों को भी नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।

श्री चौहान ने कहा कि इन संयंत्रों के माध्यम से किसानों को प्रमाणित और गुणवत्तापूर्ण बीजों तक सुगम पहुंच मिलेगी जिससे कृषि उत्पादकता में अभूतपूर्व वृद्धि होगी। उन्होंने यह भी जोड़ा कि “हाल ही में आयोजित विकसित कृषि संकल्प अभियान के दौरान सबसे अधिक शिकायतें नकली एवं घटिया बीजों को लेकर प्राप्त हुईं। ऐसे में गुणवत्ता वाले बीजों की आपूर्ति सुनिश्चित करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है, और इस दिशा में राष्ट्रीय बीज निगम की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।”


सीड मैनेजमेंट 2.0’ और ऑनलाइन बीज बुकिंग प्लेटफॉर्म का शुभारंभ

इस अवसर पर श्री चौहान ने किसानों के हित में एक और क्रांतिकारी कदम उठाते हुए ‘Seed Management 2.0’ प्रणाली और ऑनलाइन बीज बुकिंग प्लेटफॉर्म का शुभारंभ किया। यह डिजिटल मंच किसानों को अपने क्षेत्र और आवश्यकता के अनुसार बीजों की ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा प्रदान करेगा, जिससे प्रणाली में पारदर्शिता, त्वरित सेवा और सुलभता सुनिश्चित होगी।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि छोटे और सीमांत किसानों तक गुणवत्तापूर्ण बीज पहुंचाना सरकार का लक्ष्य है। इस ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से किसानों को बिना बिचौलियों के सीधी सुविधा मिलेगी और उन्हें सही कीमत पर सही गुणवत्ता का बीज प्राप्त होगा।


बीज ही कृषि उत्पादन की नींव हैं: श्री शिवराज सिंह चौहान

कृषि मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि “बीज खेती का सबसे महत्वपूर्ण इनपुट है। यदि बीज की गुणवत्ता उत्तम होगी तो उत्पादन अपने आप बढ़ेगा। देश की खाद्य सुरक्षा और आत्मनिर्भरता का आधार गुणवत्तापूर्ण बीज ही है।”

उन्होंने राष्ट्रीय बीज निगम को यह जिम्मेदारी सौंपी कि वह देश के हर छोटे किसान तक श्रेष्ठ बीज पहुंचाने के लिए ठोस रोडमैप तैयार करे। “राष्ट्रीय बीज निगम का उद्देश्य केवल आजीविका अर्जित करना नहीं है, बल्कि यह संस्था देश के अन्न भंडार को समृद्ध करने का कार्य कर रही है,” उन्होंने कहा।


नवाचार और क्षेत्रीय भाषाओं में सेवाएं देने पर जोर

श्री चौहान ने राष्ट्रीय बीज निगम से आग्रह किया कि वह किसानों की सुविधा के लिए क्षेत्रीय भाषाओं में सेवाओं और नवाचारों को बढ़ावा दे ताकि किसानों को जानकारी सहजता से उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा, “निजी कंपनियों की भूमिका अपनी जगह महत्वपूर्ण है, लेकिन सरकारी निगमों की भी अपनी विशिष्ट पहचान और जिम्मेदारी है। राज्य बीज विकास निगमों की कार्यप्रणाली में भी सुधार लाना आवश्यक है।”

केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि बीज निगम को निजी कंपनियों की मनमानी पर अंकुश लगाने के लिए सख्त निगरानी तंत्र विकसित करना चाहिए और किसानों के हितों की रक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।


आत्मनिर्भर कृषि प्रणाली की दिशा में एक बड़ा कदम

श्री चौहान ने राष्ट्रीय बीज निगम की टीम को इस पहल के लिए बधाई देते हुए कहा कि यह प्रयास भारत की कृषि प्रणाली को आत्मनिर्भर और आधुनिक बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण बीजों की आपूर्ति सुनिश्चित कर हम न केवल किसानों की आय बढ़ा सकते हैं, बल्कि ‘विकसित भारत 2047’ के लक्ष्य की प्राप्ति में भी योगदान दे सकते हैं।

उन्होंने कहा कि NSC जैसी संस्थाओं को न केवल बीज उत्पादन और वितरण पर ध्यान देना चाहिए, बल्कि नवीन अनुसंधान, जैविक बीजों का विकास और जलवायु अनुकूल किस्मों के प्रचार-प्रसार पर भी कार्य करना चाहिए।


कार्यक्रम में वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति

इस अवसर पर कृषि सचिव श्री देवेश चतुर्वेदी, एनएससी की सीएमडी एवं कृषि मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव श्रीमती मनिंदर कौर द्विवेदी, संयुक्त सचिव श्री अजीत कुमार साहू, तथा कृषि मंत्रालय और राष्ट्रीय बीज निगम के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।


राष्ट्रीय बीज निगम की पृष्ठभूमि

राष्ट्रीय बीज निगम लिमिटेड एक शेड्यूल ‘बी’ – मिनी रत्न श्रेणी-I कंपनी है, जो पूरी तरह भारत सरकार के स्वामित्व में है। वर्ष 1963 में स्थापित इस निगम ने देश में उच्च गुणवत्ता वाले बीजों के उत्पादन, प्रसंस्करण और वितरण के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाई है। आज NSC न केवल किसानों की जरूरतें पूरी कर रहा है, बल्कि देश की खाद्य सुरक्षा और कृषि आत्मनिर्भरता में भी अहम योगदान दे रहा है।


निष्कर्ष

राष्ट्रीय बीज निगम के इन छह आधुनिक संयंत्रों और डिजिटल पहल से भारत के किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीजों की सस्ती, पारदर्शी और सुलभ आपूर्ति मिलेगी। यह कदम प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के “विकसित भारत” और “आत्मनिर्भर कृषि” के दृष्टिकोण को साकार करने में एक मील का पत्थर साबित होगा।

श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में कृषि मंत्रालय का यह प्रयास भारतीय कृषि को तकनीकी रूप से सशक्त, टिकाऊ और प्रतिस्पर्धी बनाने की दिशा में एक नया अध्याय जोड़ता है।

कोई टिप्पणी नहीं

Blogger द्वारा संचालित.