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पशुपालन विभाग ने Special Campaign 5.0 में हासिल की बड़ी उपलब्धि | 158 शिकायतें सुलझीं

पशुपालन एवं डेयरी विभाग ने पांचवें विशेष अभियान में दर्ज की उल्लेखनीय प्रगति — अब तक 158 जन शिकायतों का सफल समाधान

पशुपालन विभाग ने Special Campaign 5.0 में हासिल की बड़ी उपलब्धि | 158 शिकायतें सुलझीं

अभियान की शुरुआत और उद्देश्य

केंद्र सरकार द्वारा स्वच्छता, सुशासन और पारदर्शिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शुरू किए गए ‘पांचवें विशेष अभियान’ में, मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय के अंतर्गत आने वाला पशुपालन एवं डेयरी विभाग (DAHD) निरंतर प्रगति के मार्ग पर अग्रसर है। यह अभियान गांधी जयंती के अवसर पर 2 अक्टूबर 2024 को शुरू किया गया था। इसका उद्देश्य सरकारी प्रक्रियाओं को सरल बनाना, लंबित मामलों का निस्तारण करना, अनुपयोगी वस्तुओं का निपटान करना और सरकारी कार्यालयों में स्वच्छता को बढ़ावा देना है।


संगठन की सक्रिय भागीदारी

अभियान की शुरुआत से ही पशुपालन एवं डेयरी विभाग और इसके अधीनस्थ कार्यालयों ने निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में गंभीर प्रयास किए हैं। सभी विभागीय इकाइयों ने न केवल कार्यस्थलों की सफाई और पुनर्गठन पर ध्यान दिया, बल्कि प्रशासनिक कार्यकुशलता को भी बढ़ाने के लिए कई सुधारात्मक कदम उठाए। इस समग्र दृष्टिकोण के चलते विभाग ने अनेक क्षेत्रों में उल्लेखनीय उपलब्धियां दर्ज की हैं।


वित्तीय और प्रशासनिक उपलब्धियां

पांचवें विशेष अभियान के अंतर्गत, अनुपयोगी वस्तुओं के निपटान से विभाग ने ₹3,44,827 का राजस्व अर्जित किया है। यह राजस्व न केवल संसाधनों के पुनः उपयोग का उदाहरण प्रस्तुत करता है, बल्कि सरकारी परिसंपत्तियों के कुशल प्रबंधन की दिशा में भी एक सकारात्मक पहल है।

इसके अतिरिक्त, विभाग ने सरकारी कार्यप्रणाली में पारदर्शिता लाने के लिए कई प्रक्रियाओं को सरल बनाया है। नियमों और प्रक्रियाओं के सरलीकरण से कर्मचारियों के कार्य को और अधिक सुलभ एवं तेज बनाया गया है।


सार्वजनिक शिकायतों का निपटान – जनता से संवाद का सशक्त माध्यम

विभाग ने जन शिकायतों के समाधान को अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता में रखा है। अभियान के दौरान अब तक कुल 214 सार्वजनिक शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 158 शिकायतों का समाधान किया जा चुका है। यह उपलब्धि विभाग की पारदर्शी और उत्तरदायी शासन प्रणाली का प्रमाण है।

सार्वजनिक शिकायतों का त्वरित समाधान न केवल नागरिकों के प्रति विभाग की संवेदनशीलता को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि विभाग सुशासन के सिद्धांतों के अनुरूप कार्य कर रहा है। विभाग का लक्ष्य शेष शिकायतों का भी शीघ्र और निष्पक्ष निपटान सुनिश्चित करना है।


फ़ाइलों की समीक्षा और निस्तारण में निरंतर सुधार

अभियान के दौरान विभाग ने भौतिक और ई-फ़ाइलों की समीक्षा पर विशेष ध्यान केंद्रित किया। कुल 24,645 भौतिक फ़ाइलों में से 11,625 की समीक्षा की गई और 7,797 फ़ाइलों का निस्तारण पूरा हुआ। इससे प्रशासनिक कार्यों में तेज़ी आई है और लंबित मामलों में कमी आई है।

वहीं, 680 ई-फ़ाइलों में से 8 फ़ाइलें बंद की गईं, जो डिजिटल प्रशासनिक प्रणाली में सुधार का प्रतीक है। डिजिटल फाइल प्रबंधन से विभाग न केवल समय की बचत कर रहा है बल्कि कागज की खपत कम कर पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान दे रहा है।


स्थलों की सफाई और कार्यालयों में सुधार

‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान के साथ तालमेल रखते हुए विभाग ने कार्यालय परिसरों और कार्यस्थलों की सफाई पर जोर दिया। कुल 221 स्थलों को अभियान के अंतर्गत साफ करने का लक्ष्य रखा गया था, जिनमें से 132 स्थलों की सफाई सफलतापूर्वक पूरी की गई।

यह कदम न केवल कार्यस्थलों को स्वच्छ और व्यवस्थित बनाने में सहायक रहा है, बल्कि कर्मचारियों की कार्यकुशलता और मनोबल में भी वृद्धि हुई है। विभाग ने यह सुनिश्चित किया है कि स्वच्छता को केवल अभियान का हिस्सा न बनाकर इसे दैनिक कार्यसंस्कृति का हिस्सा बनाया जाए।


समीक्षा बैठकें और निरंतर निगरानी व्यवस्था

पशुपालन एवं डेयरी विभाग ने 12 सितंबर 2025 को सचिव की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की, जिसमें विभाग और उसके अधीनस्थ कार्यालयों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक का उद्देश्य ‘स्वच्छता ही सेवा’ और ‘पांचवें विशेष अभियान’ की विस्तृत रूपरेखा तैयार करना था।

इस बैठक में अभियान के प्रभावी संचालन और समयबद्ध प्रगति सुनिश्चित करने के लिए 10 उप-नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई। इसके अलावा, विभाग ने अब तक तीन समीक्षा बैठकें आयोजित की हैं जिनमें लक्ष्यों की प्राप्ति की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की गई है।

बैठकों में विशेष रूप से यह देखा गया कि किन क्षेत्रों में सुधार की आवश्यकता है और किन कार्यों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। इससे विभागीय कार्यों की पारदर्शिता और जवाबदेही को और सुदृढ़ किया गया है।


अभियान की मुख्य प्रगति सारणी (16 अक्टूबर 2025 तक)

क्रम सं. मानक लक्ष्य उपलब्धि
1 सांसदों की संस्तुतियां 15 3
2 संसदीय आश्वासन 5 0
3 आईएमसी संदर्भ (कैबिनेट प्रस्ताव) 0 0
4 राज्य सरकार संदर्भ 8 0
5 सार्वजनिक शिकायतें 214 158 का समाधान
6 प्रधानमंत्री कार्यालय संदर्भ 3 0
7 लोक शिकायत अपील 35 0
8 नियमों/प्रक्रियाओं का सरलीकरण 1 1 पूर्ण
9 भौतिक फ़ाइलों की समीक्षा 24,645 11,625 की समीक्षा, 7,797 निस्तारित
10 ई-फ़ाइलों की समीक्षा 680 8 बंद की गईं
11 स्थलों की सफाई 221 132 पूर्ण

राजस्व सृजन और संसाधन प्रबंधन में सुधार

अभियान का एक प्रमुख पहलू था—अनुपयोगी वस्तुओं और सामग्रियों का निपटान। विभाग ने कार्यालयों में पड़े पुराने फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और अन्य अप्रचलित वस्तुओं की नीलामी कर ₹3,44,827 का राजस्व अर्जित किया। यह न केवल आर्थिक दृष्टि से लाभकारी सिद्ध हुआ, बल्कि संसाधनों के पुनः उपयोग और कार्यालयों में स्थान के बेहतर प्रबंधन में भी सहायक रहा।


स्वच्छता और पारदर्शिता – स्थायी सुधार की दिशा में कदम

पशुपालन एवं डेयरी विभाग ने इस अभियान के माध्यम से यह सुनिश्चित किया है कि स्वच्छता और पारदर्शिता केवल अल्पकालिक प्रयास न रहें, बल्कि उन्हें सरकारी कार्यसंस्कृति का अभिन्न हिस्सा बनाया जाए। विभाग का प्रयास है कि सभी इकाइयों में साफ-सुथरा, पर्यावरण के अनुकूल और कुशल कार्यस्थल सुनिश्चित हो।

साथ ही, प्रक्रियाओं को सरल बनाकर और ई-गवर्नेंस को बढ़ावा देकर, विभाग ने कम समय में अधिक कार्य करने की दिशा में उल्लेखनीय सुधार दर्ज किए हैं।


जन सेवा की भावना – हर कार्य के केंद्र में नागरिक

अभियान की सफलता का सबसे बड़ा प्रमाण यह है कि विभाग ने जनता की शिकायतों पर त्वरित और संवेदनशील प्रतिक्रिया दी। प्रत्येक शिकायत को गंभीरता से लिया गया और प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया गया। इससे जनता का विभाग पर भरोसा और मजबूत हुआ है।

विभाग ने यह स्पष्ट किया है कि भविष्य में भी वह इसी प्रकार नागरिकों की समस्याओं के समाधान के लिए तत्पर रहेगा और पारदर्शी शासन की दिशा में निरंतर कार्य करता रहेगा।


निष्कर्ष – स्वच्छता, सरलीकरण और सेवा की नई पहचान

‘पांचवां विशेष अभियान’ पशुपालन एवं डेयरी विभाग के लिए केवल एक प्रशासनिक पहल नहीं, बल्कि एक परिवर्तनकारी कदम साबित हुआ है। इससे विभाग की कार्य संस्कृति, प्रशासनिक दक्षता और जनसेवा दृष्टिकोण में व्यापक सुधार हुआ है।

विभाग का लक्ष्य अब इस अभियान से प्राप्त सीख को नियमित कार्यप्रणाली में लागू करना है ताकि भविष्य में कोई भी लंबित मामला या अनावश्यक देरी न हो। विभाग ने यह संकल्प लिया है कि वह अपने सभी लक्ष्यों को पूर्ण करेगा और ‘स्वच्छता, सरलीकरण और सेवा’ के मंत्र को आगे बढ़ाएगा।


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