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National Water Awards 2025: हरियाणा तीसरे स्थान पर, महाराष्ट्र बना No.1 राज्य

6वें राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2024 के विजेताओं की घोषणा, हरियाणा तीसरे स्थान पर रहा सम्मानित — राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी 18 नवम्बर को सम्मान समारोह में पुरस्कार वितरण

National Water Awards 2025: हरियाणा तीसरे स्थान पर, महाराष्ट्र बना No.1 राज्य


जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण विभाग (DoWR, RD & GR), जल शक्ति मंत्रालय द्वारा आयोजित 6वें राष्ट्रीय जल पुरस्कार (National Water Awards) 2024 के विजेताओं की घोषणा आज नई दिल्ली स्थित श्रम शक्ति भवन में की गई। इस अवसर पर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी.आर. पाटिल ने पुरस्कारों की घोषणा की।

इस वर्ष कुल 46 विजेताओं (संयुक्त विजेताओं सहित) को 10 श्रेणियों में चयनित किया गया है, जिनमें सर्वश्रेष्ठ राज्य, सर्वश्रेष्ठ जिला, सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत, सर्वश्रेष्ठ शहरी स्थानीय निकाय (ULB), सर्वश्रेष्ठ स्कूल/कॉलेज, सर्वश्रेष्ठ उद्योग, सर्वश्रेष्ठ जल उपयोगकर्ता संघ, सर्वश्रेष्ठ संस्था, सर्वश्रेष्ठ सिविल सोसाइटी संगठन और जल क्षेत्र में उत्कृष्टता के लिए सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति जैसी श्रेणियाँ शामिल हैं।


सर्वश्रेष्ठ राज्य की श्रेणी में महाराष्ट्र ने प्रथम स्थान हासिल किया है, जबकि गुजरात को दूसरा स्थान और हरियाणा को तीसरा स्थान मिला है।

यह हरियाणा के लिए एक गर्व का क्षण है क्योंकि राज्य ने पिछले कुछ वर्षों में जल संरक्षण, सूक्ष्म सिंचाई, वर्षा जल संचयन और भूजल पुनर्भरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति की है।

हरियाणा सरकार ने ‘जल ही जीवन है’ मिशन, ‘म्हारा गांव-जगमग गांव’ जैसी योजनाओं के साथ अनेक नवाचार अपनाए हैं, जिनसे राज्य में जल प्रबंधन (Water Management) को नया आयाम मिला है।


जल शक्ति मंत्रालय (Ministry of Jal Shakti) ने बताया कि 6वें राष्ट्रीय जल पुरस्कारों का वितरण समारोह 18 नवम्बर 2025 को सुबह 11:30 बजे, नई दिल्ली के विज्ञान भवन (Vigyan Bhawan) के प्लेनरी हॉल में आयोजित किया जाएगा।

इस समारोह में भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू (President Droupadi Murmu) मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगी और विजेताओं को सम्मानित करेंगी।

कार्यक्रम में जल शक्ति राज्य मंत्री श्री राज भूषण चौधरी, जल संसाधन विभाग के सचिव श्री वी.एल. कंठा राव, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के सचिव श्री अशोक के.के. मीना सहित मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल होंगे।


राष्ट्रीय जल पुरस्कारों (National Water Awards) की शुरुआत वर्ष 2018 में जल शक्ति मंत्रालय के अंतर्गत की गई थी।
इसका उद्देश्य है देशभर में जल संरक्षण (Water Conservation), जल प्रबंधन (Water Management) और सतत उपयोग (Sustainable Use) के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाना।

इन पुरस्कारों के माध्यम से सरकार का लक्ष्य प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के “जल समृद्ध भारत (Jal Samridh Bharat)” के दृष्टिकोण को साकार करना है।

यह पुरस्कार उन व्यक्तियों, संस्थानों, पंचायतों और राज्यों के प्रयासों की सराहना है जो जल संसाधन विकास (Water Resource Development) और संरक्षण (Conservation) में उत्कृष्ट योगदान दे रहे हैं।


घोषणा तिथि: 11 नवम्बर 2025
पुरस्कार वर्ष: 2024
घोषणा स्थान: श्रम शक्ति भवन, नई दिल्ली
कुल आवेदन: 751
विजेता: 46 (संयुक्त विजेताओं सहित)
श्रेणियाँ: 10

इन आवेदनों की जांच और मूल्यांकन एक उच्च स्तरीय ज्यूरी समिति द्वारा किया गया। चयन प्रक्रिया के दौरान सेंट्रल वाटर कमीशन (CWC) और सेंट्रल ग्राउंड वाटर बोर्ड (CGWB) द्वारा ग्राउंड ट्रुथिंग (मैदानी सत्यापन) की गई, जिसके बाद अंतिम विजेताओं की घोषणा की गई।


सर्वश्रेष्ठ राज्य (Best State) श्रेणी:
🥇 महाराष्ट्र – प्रथम स्थान
🥈 गुजरात – द्वितीय स्थान
🥉 हरियाणा – तृतीय स्थान

सर्वश्रेष्ठ जिला (Best District) श्रेणी:

  • पूर्वी क्षेत्र: राजनांदगांव (छत्तीसगढ़)
  • पश्चिमी क्षेत्र: खरगोन (मध्य प्रदेश)
  • उत्तरी क्षेत्र: मिर्जापुर (उत्तर प्रदेश)
  • दक्षिणी क्षेत्र: तिरुनेलवेली (तमिलनाडु)
  • पूर्वोत्तर क्षेत्र: सिपाहिजला (त्रिपुरा)

सर्वश्रेष्ठ शहरी स्थानीय निकाय (Best Urban Local Body):
1️⃣ नवी मुंबई (महाराष्ट्र) – प्रथम स्थान
2️⃣ भावनगर (गुजरात) – द्वितीय स्थान
3️⃣ नबादिगंता इंडस्ट्रियल टाउनशिप (पश्चिम बंगाल) – तृतीय (संयुक्त)
3️⃣ आगरा (उत्तर प्रदेश) – तृतीय (संयुक्त)


हरियाणा की उपलब्धि (Haryana Achievement) पर विशेष ध्यान देना आवश्यक है।
राज्य को तीसरे स्थान पर चयनित किया जाना इस बात का प्रमाण है कि हरियाणा ने जल संसाधनों के सतत प्रबंधन (Sustainable Water Resource Management) में उल्लेखनीय कदम उठाए हैं।
राज्य सरकार ने ‘मेरी फसल, मेरा ब्यौरा’, ‘सूक्ष्म सिंचाई विस्तार कार्यक्रम’, ‘हर खेत को पानी’ और ‘अटल भूजल योजना’ जैसे अभियानों के माध्यम से किसानों को जल उपयोग दक्षता (Water Use Efficiency) सिखाई है।
इसके अलावा, वर्षा जल संचयन (Rainwater Harvesting) और पेयजल पुनर्चक्रण (Water Recycling) जैसी नीतियों से हरियाणा ने अपने जल प्रबंधन ढांचे को आधुनिक बनाया है


केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी.आर. पाटिल ने कहा कि –
राष्ट्रीय जल पुरस्कार (National Water Awards) केवल सम्मान का प्रतीक नहीं हैं, बल्कि यह एक ऐसा मंच है जो भारत को जल-सुरक्षित राष्ट्र (Water-Secure Nation) बनाने की दिशा में प्रेरित करता है। जल संरक्षण में राज्यों, पंचायतों, संस्थाओं और नागरिकों की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है।”


6वें राष्ट्रीय जल पुरस्कारों के माध्यम से यह स्पष्ट संदेश गया है कि जल प्रबंधन (Water Management) और संरक्षण (Water Conservation) अब केवल सरकारी नीति नहीं, बल्कि यह एक जन आंदोलन (Jan Andolan) बन चुका है।
महाराष्ट्र, गुजरात और हरियाणा जैसे राज्यों की उपलब्धियाँ दर्शाती हैं कि यदि समुदाय, सरकार और तकनीक (Community, Government & Technology) मिलकर काम करें, तो “हर बूंद की बचत, हर खेत की हरियाली” का सपना साकार किया जा सकता है।


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