IREDA के Q2 FY26 नतीजों से भारत की स्वच्छ ऊर्जा में नई छलांग
भारत की स्वच्छ ऊर्जा यात्रा को मिला नया बल – IREDA की शानदार Q2 FY26 उपलब्धियों ने बढ़ाया आत्मनिर्भरता और हरित विकास का संकल्प
केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री प्रह्लाद जोशी ने IREDA के शानदार प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि भारत की स्वच्छ ऊर्जा यात्रा निरंतर गति पकड़ रही है और यह IREDA जैसे संगठनों की प्रतिबद्धता और मेहनत का परिणाम है। उन्होंने कहा, “IREDA सतत विकास और आत्मनिर्भरता की दिशा में मजबूत कदम बढ़ा रही है। यह संस्था भारत के उज्ज्वल और हरित भविष्य की नींव रख रही है और देशभर में हरित ऊर्जा के प्रति नई प्रेरणा जगा रही है।”
🔹 IREDA का मजबूत प्रदर्शन – हरित ऊर्जा में विश्वास का प्रतीक
भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी लिमिटेड (IREDA) ने वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में अभूतपूर्व वित्तीय उपलब्धियां हासिल की हैं। 30 सितंबर 2025 को समाप्त तिमाही और अर्धवार्षिक परिणामों में IREDA ने उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की। निदेशक मंडल की बैठक में इन परिणामों को स्वीकृति दी गई, जिससे यह सिद्ध होता है कि संस्था निरंतर विकास के पथ पर अग्रसर है और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र के लिए एक विश्वसनीय वित्तीय स्तंभ बन चुकी है।
IREDA का ऋण स्वीकृति (Loan Sanction) ₹8,724 करोड़ से बढ़कर ₹21,408 करोड़ हो गया, जो 145% की प्रभावशाली वृद्धि को दर्शाता है। ऋण वितरण (Loan Disbursement) ₹4,462 करोड़ से बढ़कर ₹8,062 करोड़ पहुंच गया, जो 81% की वृद्धि है। वहीं ऋण पुस्तिका (Loan Book) में 31% की वृद्धि दर्ज हुई, जो अब ₹84,477 करोड़ हो चुकी है।
संस्था की शुद्ध संपत्ति (Net Worth) ₹9,336 करोड़ से बढ़कर ₹12,920 करोड़ हो गई है, जो 38% की उल्लेखनीय वृद्धि है। कर पश्चात लाभ (Profit After Tax) में भी 41% की वृद्धि हुई है — ₹388 करोड़ से बढ़कर ₹549 करोड़ तक पहुंच गया। संचालन से प्राप्त राजस्व (Revenue from Operations) ₹1,630 करोड़ से बढ़कर ₹2,057 करोड़ हो गया है, जो 26% की वृद्धि को दर्शाता है।
🔹 प्रबंधन की दृष्टि और रणनीतिक उत्कृष्टता
श्री दास ने यह भी जोड़ा कि यह सफलता केवल वित्तीय आंकड़ों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह भारत की ऊर्जा क्रांति का प्रतीक है, जो स्वच्छ, सस्ती और सुलभ ऊर्जा के माध्यम से ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में विकास को गति दे रही है।
उन्होंने IREDA की पूरी टीम को उनके समर्पण और अथक प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया तथा नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के केंद्रीय मंत्री श्री प्रह्लाद जोशी, राज्य मंत्री, सचिव (MNRE), वरिष्ठ अधिकारियों और निदेशक मंडल के निरंतर मार्गदर्शन और सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।
🔹 हरित विकास की दिशा में IREDA की भूमिका
IREDA देश में नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र को वित्तीय सहायता प्रदान करने वाली अग्रणी सरकारी संस्था है। यह सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, जैव-ऊर्जा, हाइड्रो पावर और ऊर्जा दक्षता परियोजनाओं के लिए ऋण एवं वित्तीय सहयोग प्रदान करती है।
संस्था का उद्देश्य केवल परियोजनाओं को वित्तीय सहायता देना नहीं है, बल्कि स्वच्छ ऊर्जा को जन-जन तक पहुंचाना भी है। IREDA ने बीते कुछ वर्षों में छोटे और मझोले निवेशकों के लिए नई संभावनाएं खोली हैं, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में हरित ऊर्जा परियोजनाओं का विस्तार हुआ है।
IREDA न केवल बड़े उद्योगों को सहायता प्रदान करती है, बल्कि ‘वोकल फॉर लोकल’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के तहत घरेलू उपकरण निर्माताओं, MSME इकाइयों और स्थानीय उद्यमों को भी प्रोत्साहित करती है। इससे देश में रोजगार सृजन, प्रौद्योगिकी विकास और पर्यावरण संरक्षण में बड़ा योगदान मिला है।
🔹 सरकारी समर्थन और नीति आधारित विकास
IREDA का यह प्रदर्शन भारत सरकार के ‘ग्रीन एनर्जी मिशन’ और ‘नेट ज़ीरो उत्सर्जन’ लक्ष्य के अनुरूप है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने 2070 तक नेट-जीरो कार्बन उत्सर्जन हासिल करने का संकल्प लिया है। इसी दिशा में IREDA जैसी संस्थाओं की भूमिका निर्णायक बनती जा रही है।
नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (MNRE) लगातार ऐसी नीतियां बना रहा है जो स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र को मजबूत करें और निजी निवेश को आकर्षित करें। सौर ऊर्जा पार्क, पवन परियोजनाएं, ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन और बायोफ्यूल को लेकर सरकार के कदम तेज़ी से आगे बढ़ रहे हैं। IREDA इन सभी पहलों का वित्तीय समर्थन बनकर भारत के हरित भविष्य की मजबूत नींव तैयार कर रही है।
🔹 मंत्री का संदेश – “हरित कल के लिए मिलकर चलें”
केंद्रीय मंत्री श्री प्रह्लाद जोशी ने सोशल मीडिया पर भी अपने संदेश में IREDA की उपलब्धियों की सराहना की। उन्होंने कहा,
“भारत की स्वच्छ ऊर्जा यात्रा अद्भुत गति से आगे बढ़ रही है। @IREDALtd के मजबूत Q2 FY26 परिणाम सतत विकास और आत्मनिर्भरता की दिशा में हमारी प्रतिबद्धता को और सुदृढ़ करते हैं।चलिए, मिलकर हरित और उज्जवल भविष्य की ओर कदम बढ़ाएं।”
उनका यह संदेश इस बात का प्रतीक है कि भारत अब पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों से आगे बढ़कर भविष्य की हरित अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहा है।
🔹 निष्कर्ष – भारत की हरित शक्ति का नया अध्याय
IREDA की Q2 FY26 की उपलब्धियां न केवल संस्था के वित्तीय प्रदर्शन को दर्शाती हैं, बल्कि यह भारत की स्वच्छ ऊर्जा क्रांति में उसकी निर्णायक भूमिका को भी रेखांकित करती हैं। यह उपलब्धि भारत की उस व्यापक दृष्टि का हिस्सा है, जिसके तहत देश “ऊर्जा आत्मनिर्भरता” और “सतत विकास” के दोहरे लक्ष्य को साथ लेकर आगे बढ़ रहा है।
IREDA का यह प्रदर्शन निवेशकों, साझेदारों और नीति निर्माताओं के लिए भरोसे का प्रतीक है। यह न केवल हरित ऊर्जा परियोजनाओं को वित्तीय सहयोग दे रहा है, बल्कि भारत को एक स्वच्छ, सुरक्षित और टिकाऊ ऊर्जा भविष्य की ओर अग्रसर कर रहा है।
भारत की स्वच्छ ऊर्जा यात्रा अब केवल एक योजना नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय जन आंदोलन बन चुकी है — और IREDA उसकी दिशा, ऊर्जा और प्रेरणा का केंद्र है।
Post a Comment